जौनपुर- लाइन बाज़ार थाना अंतर्गत एक रंगीन मिज़ाज शिक्षक अपनी कारिस्तानियों का प्रदर्शन करते हुए सरे राह मिशन शक्ति की धज्जियाँ उड़ाते हुए एक महिला का वीडियो बनाते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
बताया जाता है इस कुकृत्य को करने वाला प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक है और ये सत्ताधारी पूर्व सांसद और एक सत्ताधारी विधायक के बेहद करीबी है।ये नेताओ से अपने मेल-जोल के चलते पढ़ाई और स्कूल से कम लेकिन राजनीति में काफ़ी सक्रिय रहता है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला जेल के पास पुलिस की कुछ महिला सिपाही सादे कपड़ों में थीं तभी इन महोदय की निगहें उन पर पड़ गई और लगे वीडीयो बनाने और फ़ोटो खींचने, पहले तो जब महिला ने पूछा तो ये हेकड़ी में था लेकिन जैसे ही इसको पता चला की ये महिला पुलिस महकमे से सम्बंधित हैं तो लगा वहीं मामला निबटाने की बात करने और हाथ पैर जोड़ने लेकिन महिला सिपाही ने इसकी एक न सुनी और इसे पकड़कर लाइन बाज़ार थाने ले गई।
थाने आने के बाद वहाँ शुरू हुआ सुलह समझौते का दौर,वहाँ कई शिक्षक भी आ गए लेकिन इसका कृत्य सुनने के बाद काना-फुसी शुरू हो गई और ज़्यादातर शिक्षक इस घटना को सुनकर तुरंत थाने से वापस हो लिये।
फ़िलहाल देर रात इस शिक्षक को बड़ी जद्दो-ज़हद के बाद थाने से छोड़ा गया जो पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है की पीड़िता महिला सिपाही थी तो उन्होंने इसे सबक़ सिखाया किंतु अगर कोई साधारण महिला होती तो क्या होता जब समाज को दर्पण दिखाने वाले का ये हाल है तो ये बच्चों को कौन सी शिक्षा देता होगा और बच्चों में कौन सा संस्कार देता होगा।
फ़िलहाल मिली जानकारी के अनुसार ग़नीमत की बात ये है की इसका स्कूल से वास्ता सिर्फ़ तनख़्वाह लेने तक ही सीमित है तथा स्कूल अपने रसूख़ के दम पर मैनेज किया हुआ है,उम्मीद है कि अब ऐसे मैनेजमेंट वाले शिक्षकों पर आला अधिकारी नकेल कसेंगे।